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नैतिकता की सुर सरिता में जन-जन मन पावन हो संयममय जीवन हो नैतिकता की सुर सरिता में जन-जन मन पावन होसंयममय जीवन हो
अपने से अपना अनुशासन अनुव्रत की परिभाषा वर्ण जाति या सम्प्रदाय से मुक्त धर्म की भाषा छोटे-छोटे संकल्पों से मानस परिवर्तन हो संयममय जीवन हो
मैत्री भाव हमारा सबसे प्रतिदिन बढ़ता जाये समता सह-अस्तित्व, समन्वय नीति सफलता पाए शुद्ध साध्य के लिए नियोजित मात्र शुद्ध साधन जो संयममय जीवन हो
विद्यार्थी या शिक्षक हो मज़दूर और व्यापारी नर हो नारी बने नीतिमय जीवनचर्या सारी कथनी करनी की समानता में गतिशील चरण हो संयममय जीवन हो नैतिकता की सुर सरिता में जन-जन मन पावन होसंयममय जीवन हो