हाँ मैं दीवाना हूँ चाहूँ तो मचल सकता हूँ खिलवत-ए-हुस्न के कानून बदल सकता हूँ खार तो खार हैं अंगारों पे चल सकता हूँ मेरे महबूब मेरे दोस्त नहीं ये भी नहीं मेरी बेबाक तबीयत का तकाज़ा है कुछ और मेरी बेबाक तबीयत का तकाज़ा है कुछ और इसी रफ़्तार से दुनिया को गुज़र जाने दूँ दिल में घुट घुट के तमन्नाओं को मर जाने दूँ तेरी ज़ुल्फ़ों को सर-ए-दोश बिखर जाने दूँ मेरे महबूब मेरे दोस्त नहीं ये भी नहीं मेरे महबूब मेरे दोस्त नहीं ये भी नहीं मेरी बेबाक तबीयत का तकाज़ा है कुछ और मेरी बेबाक तबीयत का तकाज़ा है कुछ और एक दिन छीन लूं मैं अज़मत-ए-बातिल का जुनूँ तोड़ दूँ तोड़ दूँ मैं शौक़त-ए-दुनिया का फ़ुसूँ और बह जाये यहीं नफ़्ज़-ए-ज़रोसीम का ख़ूँ गैरत-ए-इश्क़ को मन्ज़ूर तमाशा है यही गैरत-ए-इश्क़ को मन्ज़ूर तमाशा है यही मेरी फ़ितरत का मेरे दोस्त तकाज़ा है यही मेरी फ़ितरत का मेरे दोस्त तकाज़ा है यही
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload