अपनी नज़र से उनकी नज़र तक, एक ज़माना एक फ़साना कितने हो आप जैसे ऐसे ज़माने में, अपने दिल का कौन ठिकाना उनकी जफ़ा में मीठी वफ़ा है ज़हर है लेकिन कितना मज़ा है उनकी जफ़ा में मीठी वफ़ा है ज़हर है लेकिन कितना मज़ा है मरने के होते हैं लाखों बहाने जीने का है बस एक बहाना अपनी नज़र से उनकी नज़र तक, एक ज़माना एक फ़साना दूर ही दूर से दिल में समाये यूँ नहीं आते तो सपनों में आये दूर ही दूर से दिल में समाये यूँ नहीं आते तो सपनों में आये काम है उनका पास न आना काम हमारा प्रीत निभाना अपनी नज़र से उनकी नज़र तक, एक ज़माना एक फ़साना दिल जो लिया है दर्द ही देंगे इस के सिवा वो कुछ न करेंगे दिल जो लिया है दर्द ही देंगे इस के सिवा वो कुछ न करेंगे होता है दिल तो होने दो इस को तीर-ए-नज़र का यूँ ही निशाना अपनी नज़र से उनकी नज़र तक, एक ज़माना एक फ़साना
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload