मुकेश ऊपर जा के याद आईं नीचे की बातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें ऊपर जा के याद आईं नीचे की बातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें ऐ हसीनों आओ ऐ हसीनों आओ मेरा दिल बहलाओ रेशमी ज़ुल्फ़ों के जाल बिछाओ ज़िन्दगी से भी लम्बी हैं ये काली रातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें ऊपर जा के याद आईं नीचे की बातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें साथी ओ ओ ओ मुकेश दोस्तों दुश्मनों दोस्तों दुश्मनों गले मिल के ज़रा छेड़ दो कोई किस्से दिल के ज़रा कौन जाने कब होंगी फिर ये मुलाक़ातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें ऊपर जा के याद आईं नीचे की बातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें चाहे आहे भरो चाहे छेड़ो तराने अरे लोग मिलके बैठने के ढूंढें तराने चाहे आहे भरो चाहे छेड़ो तराने अरे लोग मिलके बैठने के ढूंढें तराने एक जैसे लगते है होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें ऊपर जा के याद आईं नीचे की बातें होंठों पे आईं दिल के पीछे की बातें
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