गीता मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है मस्ती की बरसात है भीगी-भीगी रात है मुकेश मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है मस्ती की बरसात है भीगी-भीगी रात है गीता और मुकेश मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है मुकेश दिल की बस्ती वीराँ है तू मन के मीत कहाँ है मेरी दुनिया आज जवाँ है बेचैन पपीहे के होंठों पे मेरे दिल की बात है गीता और मुकेश भीगी-भीगी रात है मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है मस्ती की बरसात है भिगी-भिगी रात है मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है गीता ये रुत ये रंगीला मौसम और बिरहा में तड़पे हम क्यूँ बिछड़ गये हो बालम नज़र मिला कर नज़र चुरा ले ये भी कोई बात है गीता और मुकेश भीगी-भीगी रात है मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है मस्ती की बरसात है भिगी-भिगी रात है मस्त चाँदनी झूम रही है नाच रही है गीता आजा अब दिल टूट न जाये मुकेश सबर का दामन छूट न जाये गीता किस्मत मुझसे रूठ न जाये मुकेश प्रीत का रोग लगाने वाले लाज तेरे हाथ है गीता प्रीत का रोग लगाने वाले लाज तेरे हाथ है गीता और मुकेश भिगी-भिगी रात है मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है मस्ती की बरसात है, भिगी-भिगी रात है मस्त चाँदनी झूम रही है, नाच रही है
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