मुकेश महताब तेरा चेहरा किस ख़्वाब में देखा था ऐ हुस्न ज़रा बतला तू कौन मैं कौन हूँ लता ख़्वाबों में मिले अक़्सर इक राह चले मिलकर फिर भी है यही बेहतर मत पूछ मैं कौन हूँ मुकेश महताब तेरा चेहरा लता हुस्न-ओ-इश्क़ है तेरे जहां दिल की धड़कने तेरी ज़ुबां आज ज़िन्दगी तुझसे जवां मुकेश आगाज़ है क्या मेरा अंजाम है क्या मेरा है मेरा मुकद्दर क्या बतला कि मैं कौन हूँ महताब तेरा चेहरा लता क्यों घिरी घटा तू ही बता क्यों हँसी फ़िज़ा तू ही बता फूल क्यों खिला तू ही बता मुकेश इस राह पे चलना है इस ग़ाह पे रुकना है इस काम को करना है बतला कि मैं कौन हूँ महताब तेरा चेहरा लता ज़िंदगी को तू गीत बना दिल के साज़ पे झूम के गा इस जहाँ को तू प्यार सिखा आ आ आ आ आ मुकेश महताब तेरा चेहरा किस ख़्वाब में देखा था ऐ हुस्न जहां बतला तू कौन मैं कौन हूँ लता ख़्वाबों में मिले अक़्सर इक राह चले मिलकर फिर भी है यही बेहतर मत पूछ मैं कौन हूँ मुकेश महताब तेरा चेहरा
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload