जानी बाबु उसने कहा तू कौन है मैंने कहा उल्फ़त तेरी उसने कहा तू कौन है मैंने कहा उल्फ़त तेरी उसने कहा तकता है क्या मैंने कहा सूरत तेरी उसने कहा चाहता है क्या उसने कहा चाहता है क्या मैंने कहा चाहत तेरी मैंने कहा समझा नहीं उसने कहा क़िस्मत तेरी एक हमें आँख की लड़ाई मार गई दूसरी यार की जुदाई मार गई तीसरी हमेशा की तन्हाई मार गई चौथी ये खुदा की खुदाई मार गई बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई लता एक हमें आँख की लड़ाई मार गई दूसरी यार की जुदाई मार गई तीसरी हमेशा की तन्हाई मार गई चौथी ये खुदा की खुदाई मार गई बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई ओ ओ ओ ओ जानी बाबु तबीयत ठीक थी और दिल लता तबीयत ठीक थी हा तबीयत ठीक थी तबीयत ठीक थी हा हा तबीयत ठीक थी और दिल भी हा हा दिल भी अजी दिल भी बेक़रार ना था जानी बाबु ओ तबीयत ठीक थी और दिल भी बेक़रार ना था लता हम्म हम्म ये तब की बात है हा हा बात है ये तब की ये तब की हा हा जानी बाबु तबीयत ठीक थी और दिल भी बेक़रार ना था लता ये तब की बात है जब किसी से प्यार ना था जब से प्रीत सपनों में समाई मार गई मन के मीठे दर्द की गहराई मार गई नैनों से नैनों की सगाई मार गई सोच-सोच में जो सोच आई मार गई बाकी कुछ बचा तो लता , मुकेश और साथी मंहगाई मार गई, मंहगाई मार गई अरे बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई लता ओ ओ ओ ओ मुकेश कैसे वक़्त में हाय हाय कैसे वक़्त में कैसे वक़्त में हाय कैसे वक़्त में आ के दिल को दिल की लगी बीमारी कैसे वक़्त में लता कैसे वक़्त में आ के दिल को दिल की लगी बीमारी मुकेश मंहगाई की दौर में हो गई मंहगी यार की यारी कैसे वक़्त में दिल की लगी दिल को जब लगाई मार गई दिल ने की जो प्यार तो दुहाई मार गई दिल की बात दुनिया को बताई मार गई और दिल की बात दिल में जो छुपाई मार गई बाकी कुछ बचा तो जानी बाबु, लता और मुकेश मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई अरे बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई नरेंद्र ओ ओ ओ ओ पहले मुट्ठी विच पैसे लेकर पहले मुट्ठी में पैसे लेकर थैला भर शक्कर लाते थे अब थैले में पैसे जाते हैं मुट्ठी में शक्कर आती है हाय मंहगाई मंहगाई मंहगाई दुहाई है दुहाई हाय दुहाई है दुहाई मंहगाई मंहगाई तू कहाँ से आई तुझे क्यों मौत ना आई हाय मंहगाई मंहगाई मंहगाई शक्कर में ये आटे की मिलाई मार गई पाउडर वाले दुद्ध दी मलाई मार गई राशन वाली लैन दी लम्बाई मार गई जनता जो चीखी चिल्लाई मार गई बाकी कुछ बचा तो नरेंद्र और साथी मंहगाई मार गई, मंहगाई मार गई अरे बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई साथी आ आ आ आ आ आ आ हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो मुकेश गरीब को तो बच्चों की पढ़ाई मार गई साथी पढ़ाई मार गई मुकेश बेटी की शादी और सगाई मार गई साथी सगाई मार गई मुकेश किसी को तो रोटी की कमाई मार गई कपड़े की किसी को सिलाई मार गई नरेंद्र किसी को तो रोटी की कमाई मार गई कपड़े की किसी को सलाई मार गई किसी को मकान की बनवाई मार गई जीवन दे बस तिन्न निसान-रोटी कपड़ा और मकान साथी रोटी कपड़ा और मकान रोटी कपड़ा और मकान नरेंद्र ढूंढ ढूंढ के हर इन्सान ढूंढ ढूंढ के हर इन्सान खो बैठा है अपनी जान मुकेश जो सच-सच बोला तो सच्चाई मार गई सच्चाई मार गई, सच्चाई मार गई और बाकी कुछ बचा तो मुकेश और साथी मंहगाई मार गई, मंहगाई मार गई और बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई मंहगाई मार गई और बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई, मंहगाई मार गईअरे और बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई, मंहगाई मार गईअरे
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