मुकेश और हमीदा सोचता क्या है सुदर्शन के चलाने वाले सोचता क्या है सुदर्शन के चलाने वाले उठके अब बिगड़ी बना बिगड़ी बनाने वाले उठके अब बिगड़ी बना बिगड़ी बनाने वाले सोचता क्या
मुकेश और हमीदा सर पे जब टूट पड़े सर पे जब टूट पड़े रन्ज-ओ-मुसीबत के पहाड़ लाज रख दे ऐ गोवर्धन के उठाने वाले लाज रख दे ऐ गोवर्धन के उठाने वाले सोचता क्या है सुदर्शन के चलाने वाले सोचता क्या
मुकेश और हमीदा देश का नाश हो फिर रास रचाना कैसा रास रचाना कैसा देश का नाश हो फिर रास रचाना कैसा रास रचाना कैसा अब तो तलवार पकड़ बंसी बजाने वाले अब तो तलवार पकड़ बंसी बजाने वाले सोचता क्या है सुदर्शन के चलाने वाले उठके अब बिगड़ी बना बिगड़ी बनाने वाले सोचता क्या
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload