महेंद्र बुअप्पा-बुअप्पा बुअप्पा ज़िन्दगी है क्या बोलो ज़िन्दगी है क्या साथी ज़िन्दगी है क्या बोलो ज़िन्दगी है क्या ज़िन्दगी है लट्टू ज़िन्दगी है लट्टू चाहे जहाँ नचा लो चाहे जिधर घुमा लो भाड़े का जैसे टट्टू लट्टू ज़िन्दगी है लट्टू
महेंद्र ज़िन्दगी है लड़की साथीलड़कीकिशोर ज़िन्दगी है लड़कीमहेंद्र लड़की का नाम मत लो किशोर क्यों महेंद्र उसका सलाम मत लो किशोर क्योंमहेंद्र लड़की बनाए कड़की लड़की साथीज़िन्दगी है लड़की लड़की का नाम मत लोकिशोर क्यूँसाथीउसका सलाम मत लोकिशोर क्यूँमहेंद्र लड़की बनाए कड़कीसाथीज़िन्दगी है लड़की
मुकेश लट्टू नहीं है लड़की नहीं है ज़िन्दगी है सच्चाई लट्टू नहीं है लड़की नहीं है ज़िन्दगी है सच्चाई मिट्टी की मूरत जब सच बोली आदमी तब कहलाई आदमी है क्या बोलो आदमी है क्या साथीआदमी है क्या बोलो आदमी है क्या
किशोर आदमी है बन्दर आदमी है बन्दर रोटी उठाके भागे कपड़े चुराके भागे कहलाए वो सिकन्दर बन्दर आदमी है बन्दर साथीआदमी है बन्दर रोटी उठाके भागे कपड़े चुराके भागे कहलाए वो सिकन्दर बन्दर आदमी है बन्दर
महेंद्र आदमी है चरखा अरे चूँ चूँ हमेशा बोले घों घों हमेशा डोले रुकते कभी न देखा देखा आदमी है चरखा मुकेश बन्दर नहीं है चरखा नहीं है आदमी का क्या कहना बन्दर नहीं है चरखा नहीं है आदमी का क्या कहना प्यार-मुहब्बत फ़ितरत उसकी दोस्ती मज़हब उसकादोस्ती है क्या बोलो दोस्ती है क्या साथीदोस्ती है क्या बोलो दोस्ती है क्या
किशोर दोस्ती है मोटर अरे दोस्ती है मोटर सब जिसमें घूमते हैं महेंद्र मस्ती में झूमते हैं किशोर जब तक कि हो न पंचर साथीदोस्ती है मोटर महेंद्र दोस्ती भई है लस्सी उहूँ आहूँ आहूँ दोस्ती भई लस्सी ओये पी लो ज़रा न छोड़ो भूल से भी न तोड़ो जादू की है ये रस्सी रस्सी साथीदोस्ती है लस्सी रस्सी
मुकेश लस्सी नहीं है रस्सी नहीं है दोस्ती दिल की धड़कन लस्सी नहीं है रस्सी नहीं है दोस्ती दिल की धड़कन दुश्मनी सहरा-सहरा गर दोस्ती गुलशन-गुलशन साथीदोस्ती गुलशन-गुलशन बुअप्पा बुअप्पा बुअप्पा उहूँ आहूँ बुअप्पा बुअप्पा बुअप्पा उहूँ आहूँ
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload