मुकेशहमसफ़र अब ये सफ़र कट जाएगा हमसफ़र अब ये सफ़र कट जाएगा लता रास्ते में जी न अब घबराएगा रास्ते में जी न अब घबराएगा मुकेश और लता हमसफ़र अब ये सफ़र कट जाएगा
मुकेशकिस क़दर रंगीन हैं लमहात येहमक़दम पहले कहाँ थी बात ये कोई हसरत थी न कोई याद थी ज़िन्दगी क्या थी कोई फ़रियाद थी दिल मेरा तो मुझसे भी अनजान था एक पत्थर की तरह बेजान था प्यार तेरा अब इसे धड़काएगा मुकेश और लता हमसफ़र अब ये सफ़र कट जाएगा
लता सूनी राहें और काली रात थी अपनी तो परछाईं भी ना साथ थी हर क़दम पर आ रहा था ये ख़्याल तनहा मंज़िल तक पहुँचना है मुहालऐसे ही वीरान से एक मोड़ पर जी उठी मैं तेरी सूरत देख कर अब ये वीराना चमन कहलाएगा मुकेश और लता हमसफ़र अब ये सफ़र कट जाएगा
मुकेशमेरी नज़रों को है दुनिया से गिला चल दिया वो छोड़कर जो भी मिला लता मुझपे लोगों ने किये हैं जो सितम मैं बड़ी मुश्क़िल से भूली हूँ सनम मुकेशदेखना तू भी यही करना नहीं दिलजलों से दिल्लगी करना नहीं उम्र भर वरना ये ग़म तड़पाएगा ये मुसाफ़िर राह में रह जाएगालता ये रहा वादा न दिन वो आएगा मुकेश और लता हमसफ़र अब ये सफ़र कट जाएगा
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