गीताकिसने ये किसने ये किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार केकिसने छेड़े तार मुकेशकिसने ये किसने ये किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार केकिसने छेड़े तार छुपके छुपके ऐसे अचानक छुपके छुपके ऐसे अचानक हुई नई झन्कार किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार के किसने छेड़े तार मुकेश मन डोलने लगा कुछ बोलने लगा मन डोलने लगा कुछ बोलने लगा जीवन का पंछी पंख खोलने लगा जीवन का पंछी पंख खोलने लगा उड़ने को ऐसे नगर जिस की नहीं देखी डगर उड़ने को ऐसे नगर उड़ने को ऐसे नगर जिस की नहीं देखी डगरअपनी तरफ़ खैंच रहा कौन बार बार किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार के किसने छेड़े तार गीताकिसने ये किसने ये किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार के किसने छेड़े तार
गीता किसका देख बाँकपन नैन आज हैं मगन किसका देख बाँकपन नैन आज हैं मगननाच उठा छम छननन चन्ननन चन्ननन किस लिये जीवन नाच उठा छम छननन चन्ननन चन्ननन किस लिये जीवनकौनसा ये गीत है कौनसा संगीत है किस के लिये नस नस में जाग उठा प्यार किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार के किसने छेड़े तार मुकेश और गीता किसने ये किस्ने ये किसने छेड़े तार मेरे दिल की सितार केकिसने छेड़े तार
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