मुकेश जीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँ जीना यहाँ मरना यहाँइसके सिवा जाना कहाँजी चाहे जब हमको आवाज़ दो हम हैं वहीं हम थे जहाँ अपने यहीं दोनों जहाँइसके सिवा जाना कहाँ
मुकेश ये मेरा गीत जीवन संगीत कल भी कोई दोहरायेगा ये मेरा गीत जीवन संगीतकल भी कोई दोहरायेगाजग को हँसाने बहरूपिया रूप बदल फिर आयेगा
मुकेश स्वर्ग यहीं नर्क यहाँ इसके सिवा जाना कहाँजी चाहे जब हमको आवाज़ दोहम हैं वहीं हम थे जहाँअपने यहीं दोनों जहाँइसके सिवा जाना कहाँ
साथीआ.. आ.. आ.. आ.. आ.. आ.. आ.. आ
मुकेशकल खेल में हम हों न हों गर्दिश में तारे रहेंगे सदा कल खेल में हम हों न होंगर्दिश में तारे रहेंगे सदाभूलोगे तुम, भूलेंगे वोपर हम तुम्हारे रहेंगे सदा रहेंगे यहीं अपने निशाँ इसके सिवा जाना कहाँजी चाहे जब हमको आवाज़ दोहम हैं वहीं हम थे जहाँअपने यहीं दोनों जहाँइसके सिवा जाना कहाँ
साथीकल खेल में हम हों न होंगर्दिश में तारे रहेंगे सदाकल खेल में हम हों न होंगर्दिश में तारे रहेंगे सदाभूलोगे तुम , भूलेंगे वोपर हम तुम्हारे रहेंगे सदारहेंगे यहीं अपने निशाँ इसके सिवा जाना कहाँजीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँजीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँजीना यहाँ मरना यहाँ इसके सिवा जाना कहाँ
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