पल भर ही की पहचान में परदेसी सनम से पल भर ही की पहचान में परदेसी सनम से लगता है के हम जानते हों जनम जनम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम से
निगाहें चौंकी दिल किसी दूसरी दुनिया में खो गया किसे देखा है के ज़िंदगी से मुझे प्यार हो गयाकिस ने महका दिया है आ के राहों को मेरी राहों के भाग जाग गये किस के कदम से लगता है के हम जानते हों जनम जनम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम से
किसी जीवन में सही तुम से मेरी प्रीत रही तुम से मेरी प्रीत रहीजो प्रीत भूल गये आज लगते हैं नये एहसान है किस्मत का मिला आसुँ-ए-ग़म से लगता है के हम जानते हों जनम जनम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम से
ज़रा शरमाना और मुस्काना है निशानी प्यार की बिना बोले ही नैन कह देते हैं कहानी प्यार की जिस ने दिल हार दिया उस ने जग जीत लिया दिल दे के क्या मिला न कहा जायेगा हम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम से पल भर ही की पहचान में परदेसी सनम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम सेलगता है के हम जानते हों जनम जनम से
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