सम्भल के करना जो भी करना नाज़ुक हाथों वाले नाज़ुक हाथों वालेलचक न जाए नरम कलाई पड़ न जाएँ छाले पड़ न जाएँ छालेसम्भल के करना जो भी करना
हटा के पर्दे निकल पड़े हो, मुक़ाबला क्या तुम ही बड़े होहटा के पर्दे निकल पड़े हो, मुक़ाबला क्या तुम ही बड़े होमगर ज़रा तुम इधर तो देखो हम हैं भोलेभाले हम हैं भोलेभालेसम्भल के करना जो भी करना नाज़ुक हाथों वालेनाज़ुक हाथों वालेसम्भल के करना जो भी करना
सलोनी चितवन अदाएँ क़ातिल, वो लुट गया जो हुआ मुक़ाबिल सलोनी चितवन अदाएँ क़ातिल, वो लुट गया जो हुआ मुक़ाबिलये तिरछी-तिरछी नज़र तुम्हारी हमको मार न डाले हमको मार न डालेलचक न जाए नरम कलाई पड़ न जाएँ छाले पड़ न जाएँ छाले सम्भल के करना जो भी करना
तने हैं तेवर चढ़ा है पारा, तुम्हारा ग़ुस्सा भी जाँ से प्यारा तने हैं तेवर चढ़ा है पारा, तुम्हारा ग़ुस्सा भी जाँ से प्यारारूप का जादू जब चढ़ जाए दिल को कौन सम्भाले दिल को कौन सम्भालेसम्भल के करना जो भी करना नाज़ुक हाथों वालेनाज़ुक हाथों वालेलचक न जाए नरम कलाई पड़ न जाएँ छालेपड़ न जाएँ छालेसम्भल के करना जो भी करना
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