लता एक मंज़िल राही दो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे होमुकेशसाथ मिले जब दिल तो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे होमुकेशहम भी वही है दिल भी वही है धड़कन मगर नई है लता देखो तो मीत आँखो मे प्रीत क्या रंग भर गयी है क्या रंग भर गयी है मुकेश और लता एक मंज़िल राही दो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे हो
लता निकले है धुन मे अपनी लगन मे मंज़िल बुला रही है मुकेशठंडी हवा भी अब तो मिलन के नगमे सुना रही है ओ नगमे सुना रही हैमुकेश और लता एक मंज़िल राही दो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे हो
मुकेशदेखो वो फूल दुनिया से दूर आकर कहाँ खिला है लता मेरी तरह ये खुश है ज़रूर इसको भी कुछ मिला है इसको भी कुछ मिला हैमुकेश और लता एक मंज़िल राही दो फिर प्यार न कैसे होफिर प्यार न कैसे हो साथ मिले जब दिल तो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे हो फिर प्यार न कैसे हो
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