लता चलो चलेचलो चले दिल ले चले जहाँ अजी दूर बड़ी दूर जहाँ मिले जमीं से आसमाँ मुकेश चलो चले लता कहाँ?चलो चले दिल ले चले जहाँ अजी दूर बड़ी दूर जहाँ मिले जमीं से आसमाँ चलो चले
मुकेश ये उड़ता हुआ है बादल या फैला है तेरा आँचल लता ये आज उठी है दिल में क्यूँ एक निराली हलचल क्या है राज़ कह दो आज जो भी दिल पे छुपी है दास्ताँ चलो चले
लता तू है साथ तो क्या मुश्किल है जहाँ तू है वही मंज़िल है मुकेश क्या सोचे कहाँ है जाना जब दे ही दिया तुझे दिल है आ जा मीत गा ले गीत कहीं रूठ ना जाए ये समां चलो चले
मुकेश उड़ती ज़ुल्फ़ों को संभालों अब और ना जादू डालो लता ये जादू तो चल के रहेगा चाहे कितना भी दिल को बचा लो मिले नैन गया चैन यही होता है मिलते है दिल जहाँ मुकेश और लता चलो चले चलो चले दिल ले चले जहाँ अजी दूर बड़ी दूर जहाँ मिले जमीं से आसमाँ चलो चलें
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