मुकेश मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना तू ही नज़ारों में सुमन मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना तू ही नज़ारों में नज़ारों में
सुमन तू ही तो मेरा नील गगन है प्यार से रौशन आँख उठाये मुकेश और घटा के रूप में तू है काँधे पे मेरे सर को झुकाये मुझपे लटें बिखरये मुकेश और सुमन मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना तू ही नज़ारों में नज़ारों में
मुकेश मंज़िल मेरे दिल की वही है साया जहाँ दिलदार है तेरा सुमन पर्बत पर्बत तेरी बाहें गुलशन गुलशन प्यार है तेरा महके है आँचल मेरा मुकेश और सुमन मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना तू ही नज़ारों में नज़ारों में सुमन जागी नज़र का ख्वाब है जैसे देख मिलन का दिन ये सुहाना मुकेश आँख तो तेरे जलवों में गुम है देखूँ तुझे या देखूँ ज़माना बेखुद है दीवाना मुकेश और सुमन मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना तू ही नज़ारों में नज़ारों में
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload