तुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहींक्या नज़ारे वहाँ मुस्कुराते नहींक्या वहाँ ये घटाएं बरसती नहींक्या कभी हम तुम्हें याद आते नहींतुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहीं क्या नज़ारे वहाँ मुस्कुराते नहीं
ये ज़माना हमेशां का बेदर्द हैदर्द-ए-दिल पे कोई हाथ धरता नहींदिल की फितरत कभी एक रहती नहींज़िंदगी भर वफ़ा कोई करता नहींफिर भी जैसे भुलाया है तुमने हमें फिर भी जैसे भुलाया है तुमने हमें इस तरह भी किसी को भुलाते नहींतुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहीं क्या नज़ारे वहाँ मुस्कुराते नहीं
दर्द है मेरे दिल का मेरे गीत मेंगीत गाता हूँ मैं तुम मुझे साज़ दोरात खामोश है और तनहा है दिलतुम कहाँ हो ज़रा दिल को आवाज़ दोजो गुज़ारे थे हमने मोहब्बत में दिन जो गुज़ारे थे हमने मोहब्बत में दिन क्या वो दिन अब तुम्हें याद आते नहीं तुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहीं क्या नज़ारे वहाँ मुस्कुराते नहीं तुम जहाँ हो वहाँ क्या ये मौसम नहीं
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload