मुकेश हो हो होमहिला गायिका आ आ आ आ मैं चकोरी तुम गगन के चन्द्रमा चन्द्रमा मैं चकोरी तुम गगन के चन्द्रमा चन्द्रमा मुकेश मैं अधूरा हूँ तुम्हारे पूर्णिमा महिला गायिका मैं चकोरी तुम गगन के चन्द्रमा चन्द्रमा
महिला गायिका फूल अपने आप मन के खिल गये फूल अपने आप मन के खिल गयेमैंने मांगी थी किरण तुम मिल गये मैंने मांगी थी किरण तुम मिल गयेदर्द आ के आज राहों में थमा चन्द्रमा मुकेश मैं अधूरा हूँ तुम्हारे पूर्णिमामहिला गायिका हो हो मैं चकोरी तुम गगन के चन्द्रमा चन्द्रमा
मुकेश कल्पना के तार क्यों फिर से हिले कल्पना के तार क्यों फिर से हिलेकल्पना के तार क्यों फिर से हिले रे आज से पहले भी थे क्या हम मिले आज से पहले भी थे क्या हम मिलेजानी पहचानी लगे तू प्रियतमा प्रियतमा
मुकेश मैं अधूरा हूँ तुम्हारे पूर्णिमामहिला गायिका हो होमैं चकोरी तुम गगन के चन्द्रमा चन्द्रमा
मुकेश मांगती हैं मुझसे क्या अँखियाँ तेरी मांगती हैं मुझसे क्या अँखियाँ तेरीमहिला गायिका हो हो मांग भर दे आज तारों से मेरी मांग भर दे आज तारों से मेरीबीतें न जाये सुहाना ये समा ये समा मुकेश मैं अधूरा हूँ तुम्हारे पूर्णिमामहिला गायिका हो होमैं चकोरी तुम गगन के चन्द्रमा चन्द्रमा
TIMELYRICS ROMANVideoAudioCONCERTKARAOKEINSTRUMENTALANECDOTEDownload